Friday, March 28, 2025

संकट में एक आदमी को दूसरे के काम आना चाहिए

बोधिवृक्ष

अशोक मिश्र

जॉर्ज वाशिंगटन अमेरिका के पहले राष्ट्रपति थे। उनका जन्म 22 फरवरी 1732 को वर्जीनिया में हुआ था। वह आस्टाइन और मैरी बॉल वाशिंगटन के छह में से पहले बच्चे थे। पिता की मृत्यु के बाद 11 वर्षीय जॉर्ज वाशिंगटन का पालन-पोषण उनके सौतेले भाई लॉरेंस ने किया। लॉरेंस एक भला और अपने सौतेले भाई वाशिंगटन को प्यार करने वाला व्यक्ति था। 

उसने उनका लालन-पालन बहुत अच्छे तरीके से किया। एक बार की बात है। वर्जीनिया के जंगलों की पैमाइश चल रही थी। पैमाइश करने वाली टीम में जॉर्ज वाशिंगटन भी थे। वर्जीनिया के जंगल में जब यह टीम पैमाइश कर रही थी तो उन्होंने एक महिला के बहुत जोर-जोर से चीखने की आवाज सुनी। सारे लोग भागकर उस महिला की ओर गए। उत्सुकतावश उस स्थान पर वाशिंगटन भी पहुंचे। 

उन्होंने देखा कि कुछ लोग एक महिला को पकड़कर नदी से दूर कर रहे हैं और वह महिला ‘बचाओ, बचाओ’ चिल्ला रही है। पहले तो वाशिंगटन की समझ में मामला नहीं आया। फिर उन्होंने एक आदमी से पूछा कि क्या मामला है? उस आदमी ने बताया कि इस महिला का बेटा नदी में गिर गया है। हालांकि बच्चा अभी जिंदा है और बाहर आने का प्रयास कर रहा है। 

यह महिला भी नदी में कूदकर अपने बच्चे को बचाने की जिद कर रही है। यह सुनते ही वाशिंगटन उस स्थान पर पहुंचे जहां बच्चा निकलने का प्रयास कर रहा था। वह अपने कपड़े उतारे बिना नदी में कूद पड़े और काफी मशक्कत के बाद उस बच्चे को बचाकर नदी के किनारे लाने में सफल हो गए। 

यह देखकर सर्वे कर रही टीम के एक आदमी ने कहा कि जब तुम तैरना नहीं जानते थे, तो नदी में क्यों कूद गए। वाशिंगटन ने जवाब दिया कि एक आदमी को संकट में दूसरे के काम आना चाहिए।



No comments:

Post a Comment