Thursday, June 12, 2025

हरियाणा में लिंगानुपात सुधारने में सबसे बड़ी बाधा अवैध गर्भपात

अशोक मिश्र

सैनी सरकार प्रदेश में लिंगानुपात सुधारने के लिए जी जान से लगी हुई है। वह जरूरत पड़ने पर संबंधित विभाग के अधिकारियों पर सख्ती कर रही है और जिन जिलों में लिंगानुपात संतोषजनक है, वहां के अधिकारियों और कर्मचारियों की प्रशंसा भी कर रही है। लेकिन सीएम सैनी के इस प्रयास को प्रदेश के झोलाछाप और बीएएमएस डॉक्टर को विफल कर दे रहे हैं। 

प्रदेश में खुले कुछ गैर पंजीकृत क्लीनिक भी सीएम सैनी के मनसूबों पर पानी फेर रहे हैं। इस तरह के डॉक्टरों और क्लीनिकों के चंगुल में फंसकर लोग जहां अपना पैसा बरबाद कर रहे हैं, वहीं गर्भवती महिलाओं के  जीवन से खिलवाड़ भी कर रहे हैं। झोलाछाप और बीएएमएस डॉक्टरों ने इस विषय में कोई पढ़ाई तो की नहीं होती है। ऐसी स्थिति में कई बार गर्भवती महिलाओं को अपनी जान तक गंवानी पड़ जाती है। सीएम तक ऐसे लोगों की शिकायतें भी पहुंच रही हैं। 

सीएम सैनी ने हरियाणा के कई जिलों पलवल, गुरुग्राम और चरखी दादरी आदि में अवैध रूप से गर्भपात कराने की हुई घटनाओं को बड़ी गंभीरता से लिया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि राज्य में अवैध गर्भपात कराने वाले ऐसे डॉक्टरों को चिन्हित करके सख्त कार्रवाई की जाए। राज्य में लिंगानुपात सुधारने के लिए गठित राज्य टास्कफोर्स में शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों से कहा गया है कि अवैध गर्भपात कराने में संलिप्त पाए जाने वाले डॉक्टरों के लाइसेंस रद्द किए जाएं। 

इस मामले में कोई सिफारिश नहीं सुनी जाए। अवैध गर्भपात रोकने के लिए एमटीपी किट की अवैध बिक्री रोकने के भी निर्देश दिए गए हैं। हालांकि सरकार की सख्ती के चलते प्रदेश के चौदह जिलों में एमटीपी किट्स की बिक्री में भारी कमी भी आई है।  लिंगानुपात के लिए सुधारने के लिए गठित टॉस्क फोर्स ने प्रदेश के सभी जिलों में सात सौ से कम लिंगानुपात वाले गांवों की पहचान की है। सरकार की सख्ती और चेतावनियों का असर हालांकि प्रदेश में दिखाई देने लगा है। 

अभी हाल में ही जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक पंचकूला, पलवल, नूंह, गुरुग्राम और अंबाला जैसे जिलों ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। इन जिलों में लिंगानुपात काफी हद तक सुधरा है। इन जिलों से दूसरे जिलों को भी प्रेरणा लेने की जरूरत है। वर्तमान समय में लिंगानुपात 911 है। अब सैनी सरकार इस संख्या को और भी आगे ले जाना चाहती है। सरकार की मंशा को झोलाछाप, बीएएमएस डॉक्टर अपनी हरकतों से पलीता लगा रहे हैं। यदि सरकार प्रदेश में चल रही अवैध क्लीनिकों और गर्भपात सेंटरों पर लगाम लगा लेती है, तो निश्चित रूप से हरियाणा में लिंगानुपात को सुधारा जा सकता है।

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