16 दिसंबर को ही कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक बुलाकर सरकार को घेरने की सारी तैयारियां कर ली हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि कांग्रेस इस बार सत्र के दौरान अविश्वास प्रस्ताव लाएगी। विधानसभा सत्र के दौरान वोट चोरी के मुद्दे पर घमासान होना तय माना जा रहा है। वैसे भी संसद और संसद से बाहर कांग्रेस पार्टी वोट चोरी के मुद्दे पर बहुत ज्यादा मुखर है।
कांग्रेस नेता तो अब हर बात में वोट चोरी का मुद्दा उठाने से नहीं चूक रहे हैं। ऐसी हालत में वह विधानसभा सत्र के दौरान वोट चोरी के मुद्दा जरूर उठेगा। इतना ही नहीं, सदन के भीतर खेल परिसरों में खेल सुविधाओं, सामग्री के अभाव, बदहाली जैसे मुद्दों पर काम रोको प्रस्ताव लाया जा सकता है। सदन में अरावली को बचाने, जलभराव मुआवजा, बढ़ते प्रदूषण, धान घोटाला, कानून व्यवस्था, मनरेगा, बढ़ते नशे, भ्रष्टाचार, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों को ध्यानाकर्षण और अल्प चर्चा प्रस्तावों के माध्यम से उठाया जाएगा, ऐसी संभावना है। वैसे सरकार ने भी विपक्ष को जवाब देने की पूरी तैयारी कर ली है।
राज्य सरकार ने उन सभी मुद्दों पर पहले से ही काम पूरा कर लिया है जिसके सदन में उठने की संभावना है। जहां तक रोहतक के गांव लाखनमाजरा के बास्केट बाल खिलाड़ी हार्दिक की मौत का मामला है, राज्य सरकार पहले ही जिला खेल अधिकारी को निलंबित कर चुकी है। विभिन्न जिलों में खेल परिसरों का बड़े पैमाने पर सुधार करा रही है। कानून व्यवस्था को भी चुस्त-दुरुस्त बनाने और अपराधियों पर अंकुश लगाया जा चुका है। करीब नौ हजार से अधिक अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है। किसानों को भी कर्ज के ब्याज पर माफी देकर सरकार ने विपक्ष के सवालों को तर्कहीन करने की व्यवस्था कर ली है।
कुछ दिनों पहले ही प्राकृतिक आपदा के चलते बरबाद हुई फसलों का मुआवजा भी किसानों को दिया जा चुका है। सत्र के दौरान पूछे जाने वाले सवालों के जवाबों की फाइल भी तैयार कर ली गई है। इस तरह शीतकालीन सत्र के दौरान एक दूसरे को शिकस्त देने की तैयारी सत्तापक्ष और विपक्ष ने कर ली है। बस, इंतजार है तो 18 दिसंबर का। सत्र के दौरान जोरदार बहस देखने को मिलेगी।

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