इसके बाद खाते से सारा पैसा अपने खाते में ट्रांसफर कर देते थे। साइबर ठगी की घटनाएं प्रदेश में बढ़ती जा रही हैं। रोज एकाध खबर अखबारों में साइबर ठगी से संबंधित जरूर प्रकाशित होती है। साइबर ठगी जैसे तमाम अपराधों में शामिल होने वाले युवा वही होते हैं जिन्हें एक उम्र के बाद तक कोई नौकरी या रोजगार का अवसर प्राप्त नहीं होता है। जिस तरह से देश और प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या बढ़ रही है, वैसे-वैसे कई तरह के अपराधों का भी ग्राफ बढ़ता जा रहा है।
अपराध और बेरोजगारी एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। यदि युवाओं को नौकरी या रोजगार के अवसर प्राप्त हो जाएं, तो निश्चित रूप से कई तरह के अपराधों पर अंकुश लग सकता है, जैसे साइबर ठगी, चेन स्नैचिंग, लूटपाट और आर्थिक अपराध में ज्यादातर बेरोजगार लोग ही शामिल पाए जाते हैं। वैसे भी देश में बेरोजगारी दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। नवंबर में जारी सरकारी आंकड़े के अनुसार अक्टूबर में भारत की बेरोजगारी दर 5.2 प्रतिशत पर रही है। यही दर सितंबर में भी थी।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण के अनुसार, सितंबर में बेरोजगारी दर 5.2 प्रतिशत, अगस्त में 5.1 प्रतिशत, जुलाई में 5.2 प्रतिशत और मई व जून में 5.6 प्रतिशत थी। मई 2025 में जारी पहले पीएलएफएस बुलेटिन के अनुसार, अप्रैल में बेरोजगारी दर 5.1 प्रतिशत थी। अक्टूबर 2025 में कुल श्रमिक जनसंख्या अनुपात 52.5 प्रतिशत था, जो जून 2025 से लगातार बढ़ रहा है, ऐसा रिपोर्ट में कहा गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में महिला कार्यबल में वृद्धि के कारण यह वृद्धि हुई है। 15 वर्ष और उससे अधिक आयु की महिलाओं में कुल श्रमिक जनसंख्या अनुपात लगातार चौथे महीने लगातार बढ़ रहा है, जो जून 2025 में 30.2 प्रतिशत से बढ़कर अक्टूबर 2025 में 32.4 प्रतिशत हो गया है। सरकारी, गैर सरकारी नौकरियों और रोजगार के अवसरों को बढ़ाकर साइबर ठगी से लेकर विभिन्न तरह के अपराधों पर अंकुश लगाया जा सकता है। हरियाणा में भी बेरोजगारी एक प्रमुख मुद्दा है। वैसे सरकार बिना पर्ची और बिना खर्ची के सरकारी विभागों में युवाओं को नौकरियां देने का प्रयास कर रही है।

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