अशोक मिश्र
पेड़ पौधों की प्रजातियों का वर्गीकरण करने वाले कार्ल लीनियस का जन्म दक्षिण स्वीडन में 23 मई 1707 को हुआ था। वह एक वनस्पति शास्त्री, चिकित्सक और जीवविज्ञानी थे। बचपन में वह काफी आर्थिक तंगी के दौर से गुजरे। उनके पास शिक्षा हासिल करने की कोई उचित व्यवस्था भी नहीं थी।
उस पर वह स्वीडन के एक जाने माने डॉक्टर की बेटी मेरियम से प्यार कर बैठे और उससे विवाह करना चाहते थे। डॉक्टर के पास उन्होंने विवाह का प्रस्ताव भी भेजा, लेकिन मेरियम ने विवाह करने से इनकार कर दिया। इसके बाद लीनियस ने अपना सारा ध्यान पढ़ाई पर लगा दिया। उनकी रुचि पादपों में थी। वह पादपों के बारे में अध्ययन करने लगे।
एक दिन उनकी मुलाकात थर्मामीटर का आविष्कार करने वाले एंडर्स सेल्सियस के भतीजे ओलेफ सेल्सियस से हुई। ओलेफ खुद भी एक वैज्ञानिक थे। उन्होंने लीनियस की हालत और प्रतिभा को देखते हुए उन्हें रहने खाने और आगे की पढ़ाई पूरी करने की सुविधा प्रदान करने का आश्वासन दिया, तो वह उनके प्रस्ताव को ठुकरा नहीं सके। लीनियस ने उपसाला विश्वविद्यालय में अपनी पढ़ाई पूरी की और धीरे-धीरे उनकी ख्याति बढ़ने लगी। उनकी ख्याति एक वनस्पति विज्ञानी के रूप में होने लगी।
बाद में उन्हें उपसाला विश्वविद्यालय में ही प्रोफेसर की नौकरी मिल गई। दुनियाभर में ख्याति मिलने के बाद डॉक्टर ने खुद आगे बढ़कर अपनी बेटी मेरियम का विवाह लीनियस से करवा दिया। 10 जनवरी 1778 को जब लीनियस की मृत्यु हुई, उस समय यूरोप के वह सबसे ख्याति प्राप्त वनस्पतिशास्त्री थे। मरणोपरांत स्वीडन सरकार ने एक दस क्रोनर का नोट निकाल जिसके एक तरफ उनका चित्र छपा हुआ था और दूसरी तरफ उपसाला विश्वविद्यालय का दृश्य था।
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