Monday, May 19, 2025

युवाओं की जल्दी अमीर होने की लालसा बना रही राष्ट्रद्रोही

अशोक मिश्र

हरियाणा और पंजाब में अब तक छह लोग राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं। पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया है। आपरेशन सिंदूर के बाद सुरक्षा एजेंसियां काफी सतर्क हो गई हैं। वैसे तो सुरक्षा एजेंसियां हमेश सतर्क रहती है, लेकिन जब देश पर किसी किस्म का संकट हो, युद्धकाल हो तो सुरक्षा एजेंसियां कुछ ज्यादा ही सक्रिय हो जाती हैं। ऐसी स्थिति में थोड़ी सी भी चूक पूरे देश के लिए घातक हो सकती हैं। 

पहलगाम में ही सुरक्षा एजेंसियों की थोड़ी सी चूक 26 निर्दोष नागरिकों पर भारी पड़ गई। उन्हें अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। इस चूक से सुरक्षा एजेंसियों ने सबक सीखा और उसी का नतीजा है कि देश भर में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त लोगों को गिरफ्तार करने में सुरक्षा एजेंसियों को कामयाबी मिली है। हरियाणा और पंजाब में अब तक छह लोग पाकिस्तान को खुफिया जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किए जा चुके हैं। हिसार से ट्रैवल ब्लागर ज्योति रानी उर्फज्योति मलहोत्रा को गिरफ्तार किया गया है। 

इस पर देश की संवेदनशील और सेना से जुड़े गोपनीय जानकारियां पाकिस्तान को देने का आरोप है। ज्योति मलहोत्रा अब तक तीन बार पाकिस्तान जा चुकी है। दो बार तो वह सिख जत्थेबंदियों के साथ करतारपुर साहिब गई थी और एक बार वह अकेली गई थी। तीन बार वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों और आतंकी संगठनों में काम करने वाले लोगों से मिली थी। ज्योति मलहोत्रा पाकिस्तान के अलावा दुबई, थाईलैंड, इंडोनेशिया, भूटान, चीन और बांग्लादेश की भी यात्रा कर चुकी है। 

अगर राष्ट्रविरोधी कार्यों में लिप्त पाए गए अपराधियों की पारिवारिक पृष्ठभूमि का पता लगाया जाए, तो इनमें से ज्यादातर लोग निम्न आय वर्ग या मध्यम आयवर्ग के लोग ही मिलेंगे। गरीबी में पले बढ़े युवाओं की खूब धन कमाने, ऐशोआराम की जिंदगी गुजारने की इच्छा ही इन्हें ले डूबती है। अगर ज्योति मलहोत्रा की ही बात करें, तो 58 वर्ग गज के मकान में रहने वाली ज्योति को बचपन से ही खूब धन कमाने की इच्छा थी। पाक खुफिया एजेंसी ने उसको पैसे का लालच दिया, तो वह राष्ट्रविरोधी काम करने के लिए भी तैयार हो गई। 

युवाओं में जल्दी से जल्दी अमीर हो जाने और ज्यादा से ज्यादा बैंक बैलेंस जमा कर लेने की प्रवृत्ति का ही फायदा दुश्मन देश के एजेंट उठा रहे हैं। वह युवाओं की इसी मानसिकता का फायदा उठाकर उन्हें राष्ट्रविरोधी कार्य करने को प्रेरित कर रहे हैं। इसके लिए उन्हें भले ही पैसे खर्च करने पड़ें, हनी ट्रैप में फंसाना पड़े या कोई दूसरा रास्ता अख्तियार करना पड़े, दुश्मन देश सब कुछ करने को तैयार है। बेरोजगार और बेसब्र युवा दुश्मनों की चंगुल में फंसकर राष्ट्र विरोधी बन रहे हैं।

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