Wednesday, October 8, 2025

दायित्व ग्रहण समारोह में एकता का संदेश देने में कांग्रेसी सफल

अशोक मिश्र

हरियाणा कांग्रेस इस बार एकता का संदेश देने में सफल रही। चंडीगढ़ में नवनियुक्त प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह के दायित्व ग्रहण समारोह में जैसी आशा थी, सभी गुटों के नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। अच्छी बात यह है कि जब से राव नरेंद्र सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा हुई है, तब से एकाध को छोड़कर किसी ने भी कांग्रेस हाईकमान के फैसले पर कोई टीका टिप्पणी नहीं की है। 

निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष उदयभान को जब प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था, तब हुड्डा गुट को छोड़कर कांग्रेस के दूसरे गुटों ने खूब टीका टिप्पणी की थी। तब यह भी सवाल उठाया गया था कि उदयभान अपनी कार्यकारिणी बना भी पाएंगे या नहीं? अपने पूरे कार्यकाल में उदयभान सिर्फकहने को प्रदेश अध्यक्ष बनकर रह गए थे। ठीक से कार्यकारिणी भी गठित नहीं कर पाए थे। 

इस बार कांग्रेस हाईकमान ने सभी जिला अध्यक्षों की नियुक्ति पहले ही कर दी है। इसके लिए बाकायदा लोगों से आवेदन मांगे गए और उनमें से जिसका कद और जनता में पकड़ सबसे अच्छा माना गया, उसे जिला अध्यक्ष नियुक्त किया जा चुका है। अब कांग्रेस अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह को अपनी कार्यकारिणी गठित करनी है। सोमवार को चंडीगढ़ में प्रदेश अध्यक्ष के दायित्व ग्रहण समारोह में जिस तरह लोगों की भीड़ जुटी, उससे इस बात का संकेत मिलता है कि कांग्रेस के नेताओं ने गुटबाजी से होने वाले नुकसान को अच्छी तरह से समझ लिया है। 

दायित्व ग्रहण समारोह में पूर्व सीएम और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद, पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह, कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा सदस्य रणदीप सुर्जेवाला के साथ-साथ निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष उदयभान भी मौजूद रहे। जहां तक कुमारी सैलजा की बात है, वह इन दिनों विदेश यात्रा पर हैं। उनका कार्यक्रम पहले से ही तय था। लेकिन उनके गुट के समझे जाने वाले विधायक और अन्य नेता भी इस समारोह में मौजूद रहे। 

इसका एक कारण यह भी माना जा सकता है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा में पराजय मिलने के बाद ही कड़े शब्दों में राज्य के नेताओं से गुटबाजी से बाज आने की चेतावनी दी थी। हरियाणा कांग्रेस की जब भी बात उठी, उन्होंने यही कहा कि जिसको कांग्रेस में रहना है, वह रहे, नहीं तो निकल जाए। जो भी कांग्रेस में रहेगा, उसे अनुशासन में ही रहना होगा। 

कांग्रेसियों में यह जो एकता दिखाई दे रही है, वह राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की कठोर चेतावनी का भी असर हो सकता है। हां, कैप्टन अजय यादव, पूर्व विधायक राव दान सिंह और पूर्व विधानसभा स्पीकर कुलदीप शर्मा जरूर समारोह से नदारद रहे। इनके समारोह में न आने से कोई विशेष फर्क पड़ने वाला नहीं है।

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