बोधिवृक्ष
अशोक मिश्र
चाय पीने वालों ने लिप्टन टी का नाम जरूर सुना होगा। लिप्टन चाय के संस्थापक थॉमस लिप्टन का जन्म 10 मई 1848 को ब्रिटेन के ग्लासगो में हुआ था। थॉमस के तीन भाई और एक बहन थी जो बचपन में ही मर गए थे। इनके माता और पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। इनके पिता पेंटर से लेकर छोटी-मोटी दुकान चलाने का काम करते थे। लेकिन थॉमस बचपन से ही बड़ा आदमी बनने का सपना देखते रहते थे। अपने पिता की आर्थिक मदद करने की खातिर तेरह साल की उम्र में ही थॉमस ने पढ़ाई छोड़ दी थी।
उन्होंने कई तरह के काम किए। 1864 में उन्होंने एक स्टीमर पर केबिन बॉय के रूप में काम करना शुरू किया। उसी दौरान नाविकों से अमेरिका के बारे में सुना तो वह अपनी बचत से अमेरिका जाने का निश्चय किया। अमेरिका में पांच साल रहे और विभिन्न काम किए।
हर जगह काम के दौरान उन्हें तर्जुबा हासिल हुआ। इस दौरान उन्होंने पूरे अमेरिका का भ्रमण किया। 1870 में वह अपने माता-पिता के पास ग्लासगो लौट आए। यहां उन्होंने एक प्रोवीजन स्टोर खोला और उसे अच्छी तरह से सजाया। ग्राहक आने लगे। लेकिन कुछ चीजों के दाम ज्यादा होने की वजह से गरीब परिवारों के लोग उनके यहां से खरीदारी नहीं कर पा रहे हैं।
उन्होंने महसूस किया कि गरीब और मध्यम आयवर्ग के लोग चायपत्ती का पैकेट उठाते हैं और दाम पूछकर रख देते हैं। तब उन्होंने फैसला किया कि वह चाय के बागान में जाकर सीधे उत्पादक से चाय खरीदेंगे। उत्पादक से चाय खरीदकर उन्होंने छोटे-छोटे पैकेट बनाकर सस्ते दामों पर बेचना शुरू किया। उन्होंने अपने ब्रांड का नाम रखा लिप्टन टी। देखते ही देखते उनकी चाय मशहूर हो गई। उन्होंने चाय की बदौलत अरबों रुपये कमाए।
चित्र--साभार गूगल
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