Monday, July 21, 2025

यूरिया और डीएपी के लिए हरियाणा में हाहाकार, किसान हो रहे परेशान


अशोक मिश्र

किसान बहुत परेशान हैं। नाराज होकर जगह-जगह किसान प्रदर्शन  कर रहे हैं। धरना दे रहे हैं। वह सरकार और नेताओं से खाद दिलाने की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल पा रही है। हरियाणा में यूरिया और डीएपी खाद की भारी कमी है। खाद नहीं मिलने का कारण किसानों का गुस्सा सरकार और अधिकारियों-कर्मचारियों पर निकलने लगा है। कई जगह विवाद के चलते मार-पीट होते होते बची है। कई जिलों में किसानों ने उग्र प्रदर्शन भी किया है। राज्य में खाद की कमी का नतीजा यह है कि प्रदेश में खाद की कालाबाजारी हो रही है। हरियाणा में खाद की कमी का कारण केंद्र से 40 प्रतिशत कोटा न मिलना बताया जा रहा है। 

प्रदेश के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा का कहना है कि खाद का जो स्टाक रहता है, वह भी जल्दी ही आ जाएगा। दो-तीन दिन पहले खाद की रेलगाड़िया प्रदेश में आई हैं। इन्हें जिलों में पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। बहुत जल्द खाद के वितरण के लिए आनलाइन व्यवस्था की जाएगी। प्रदेश में खाद की कमी की समस्या को लेकर विपक्ष सरकार की मंशा और लापरवाही पर सवाल उठा रहा है। विपक्षी दलों के नेताओं को कहना है कि सरकार को पहले से ही खाद की व्यवस्था कर लेनी चाहिए थी। सबको पता रहता है कि बरसात के दिनों में खेती-किसानी के लिए खाद की जरूरत पड़ती है।

ऐसी स्थिति में पहले से ही खाद की व्यवस्था करके रखनी चाहिए थी। लेकिन अधिकारियों और सरकार की नाकामियों का परिणाम किसानों को भुगतना पड़ रहा है। अब सरकार कह रही है कि खाद पोर्टल पर मिलेगी। प्रदेश के लाखों किसान पोर्टल को लेकर जानकार नहीं हैं, ऐसी स्थिति में उन्हें इस व्यवस्था से काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। वास्तविकता यह है कि प्रदेश को केंद्र से मिलने वाली खाद का चालीस प्रतिशत अभी मिला नहीं है। केंद्र ने रबी सीजन के लिए हरियाणा को यूरिया का कुल 13.90 लाख मीट्रिक टन कोटा तय किया है। अभी तक 8.16 लाख मीट्रिक टन यूरिया मिली है। कुल 57,950 मीट्रिक टन डीएपी में से 36,277 मीट्रिक टन डीएपी मिल पाई है। 

ऐसी स्थिति में जिन केंद्रों पर यूरिया और डीएपी खाद की उपलब्धता की जानकारी मिलती है, वहीं किसानों की एक लंबी लाइन लग जाती है। हालत यह है कि पुलिस को इस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। पिछले पांच दिनों से कुरुक्षेत्र, पिहोवा, लाडवा, हिसार, करनाल और सिरसा सहित कई जगहों पर खाद नहीं मिलने की वजह से किसान अपना रोष व्यक्त कर चुके हैं। कई जिलों में तो हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि खाद न मिलने से परेशान किसानों ने कृषि अधिकारियों को ही बंधक बना लिया। काफी प्रयास के बाद ही कृषि अधिकारियों को मुक्त कराया जा सका।

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