Monday, July 14, 2025

हरियाणा में कांवड़ यात्रा मार्ग पर पुलिस व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त

अशोक मिश्र

आज सावन का पहला सोमवार है। शिवालयों में शिवभक्त अपने आराध्य महादेव को अपनी श्रद्धा के रूप में गंगाजल अर्पित करेंगे। जो अभी तक गंगाजल नहीं ला पाए हैं, वह सामान्य जल ही अर्पित करके अपने परिवार, समाज और देश की सुख-शांति के लिए देवाधिदेव शंकर से कामना करेंगे। पूरे सावन भर हरियाणा से भी लाखों शिवभक्त कांवड़ लेकर हरिद्वार जाएंगे, वहां से पवित्र गंगाजल लाकर शिवालयों में अर्पित करेंगे। सभी शिव भक्त अपनी अपनी श्रद्धा और विश्वास के मुताबिक कांवड़ लेकर चलेगा। कोई डाक कांवड़ से गंगाजल लाएगा, तो कोई पैदल ही शिव महिमा गाते हुए आराम से रास्ते में रात्रि में रुककर विश्राम करते हुए गंगाजल लाएगा। लेकिन इन सभी शिवभक्तों का एक ही ध्येय है, हरिद्वार या अन्य पवित्र स्थान से गंगाजल लाकर अपने आराध्य के मंदिर में शिवलिंग का अभिषेक करना। 

हरियाणा सरकार ने कांवड़ यात्रा का रोडमैप भी तैयार कर लिया है। उसने कांवड़ मार्ग पर डेढ़ हजार से अधिक पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को तैनात किया है। पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को सख्त निर्देश है कि वह कांवड़ लेकर आने-जाने वालों की सुविधा का पूरा ध्यान रखें। उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो। कांवड़ लेकर चलने वालों से भी अपील की गई है कि वह अपनी यात्रा शांतिपूर्वक संपन्न करें। यदि किसी किस्म की परेशानी होती है, तो वह पुलिस कर्मियों से संपर्क करें। अपनी परेशानी बताएं, पुलिस अधिकारी-कर्मचारी समस्याओं को सुलझाएंगे। 

किसी भी विवाद की स्थिति में संयम से काम लें। उपद्रव करने से शिवभक्तों की यात्रा तो बाधित होगी ही, लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, अन्य लोगों से यही अपील है कि वह कांवड़यात्रियों की सुविधाओं का ख्याल रखें। यदि कोई आपात स्थिति न हो, तो सबसे पहले उन्हें जाने का अवसर दें। जो मार्ग कांवड़ यात्रा के लिए तय किए गए हैं, उस मार्ग पर शराब या मांसाहार की यदि कोई दुकान हो, तो वह कुछ दिनों के लिए बंदकर दी जाए। हरियाणा ने हमेशा सांप्रदायिक सद्भाव का प्रदर्शन किया है। 

पिछले कई वर्षों में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर शिवभक्तों और प्रदेश के नागरिकों ने कुछ भी ऐसा नहीं किया है जिससे प्रदेश की छवि को धक्का लगे। यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि हमारा प्रदेश हमेशा आगे बढ़ता रहे। यह तभी आगे बढ़ सकता है, जब सभी लोग एक दूसरे के साथ मिलजुलकर प्रदेश और देश के विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। सावन का महीना हमें यह अवसर उपलब्ध करा रहा है कि हम पूरे महीने शांति और सद्भाव से कांवड़यात्रा को संपन्न इस बात को साबित करें।

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