मैंने तो पाया है यही कि सच बोलने पर कतर दी जाती है जुबां
भाई, टीवी चैनलों की कारगुजारी का बड़ा अच्छा चित्र खींचा है. इतना ज्यादा क्षेत्रीय होना फिर भी ठीक है, लेकिन कई चैनल तो खबर पैदा (सृजित) करने के लिए अ-संवेदना की हदें पार कर देते है. कभी अपनी लेखनी से इस पर भी कटाक्ष करें.
भाई, टीवी चैनलों की कारगुजारी का बड़ा अच्छा चित्र खींचा है. इतना ज्यादा क्षेत्रीय होना फिर भी ठीक है, लेकिन कई चैनल तो खबर पैदा (सृजित) करने के लिए अ-संवेदना की हदें पार कर देते है. कभी अपनी लेखनी से इस पर भी कटाक्ष करें.
ReplyDelete