कतरब्योंत
मैंने तो पाया है यही कि सच बोलने पर कतर दी जाती है जुबां
Friday, April 17, 2009
व्यंग्य
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment