Sunday, February 8, 2009

व्यंग्य


5 comments:

  1. सुंदर
    भावों की अभिव्यक्ति मन को सुकुन पहुंचाती है।
    लिखते रहि‌ए लिखने वालों की मंज़िल यही है ।
    कविता,गज़ल और शेर के लि‌ए मेरे ब्लोग पर स्वागत है ।
    मेरे द्वारा संपादित पत्रिका देखें
    www.zindagilive08.blogspot.com
    आर्ट के लि‌ए देखें
    www.chitrasansar.blogspot.com

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  2. शायरी और मिले
    तो कोई बात बने
    - विवेक भटनागर

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  3. बेटा ब्लोगिये, कभी अपुन के ब्लॉग पर भी तशरीफ लाना. लेकिन हाँ, इससे पहले अपुन का ब्लॉग बनाने का इंतज़ाम करो यार! अपुन का मन भी कुछ लिखने-पढ़ने का हो रहा है.

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