Wednesday, December 2, 2015

मौत, अभी मत आना मेरे पास

मौत
अभी मत आना मेरे पास
फुरसत नहीं है 
तुम्हारे साथ चलने की
लेकिन यह मत समझना
कि मैं डरता हूं तुमसे
कई काम पड़े हैं बाकी अभी
वो जो गिलहरी
बना रही है अपने बच्चों के लिए घरौंदा
ठीक से बन तो जाए।
फुरसत नहीं है मुझे
तब तक/ जब तक
इस धरती पर भूखा सोता है
एक भी बच्चा, स्त्री, पुरुष।
अभी श्रम की सत्ता
पूंजी की सत्ता को नहीं कर पाई है परास्त
पूंजी की सत्ता के खिलाफ
बिछा तो लूं विद्रोह की बारूद
कर लूं तैयार एक हरावल दस्ता
पूंजी की सत्ता के खिलाफ।
फिर तुम्हारे साथ
मैं खुद चल पडूंगा सहर्ष
मुझे मत डराओ अपनी थोथी कल्पनाओं से
स्वर्ग-नर्क, पुनर्जन्म
या फिर उन कपोल कल्पित कथाओं से
जो रच रखे हैं
तुम्हारे नाम पर धर्म के ठेकेदारों ने।
मैं जानता हूं
मृत्यु कुछ नहीं
एक पदार्थ का दूसरे पदार्थ में
रूपांतरण मात्र है, बस।
मौत कहां होगी मेरी
मैं तो एक पदार्थ से दूसरे पदार्थ में
बदलकर भी रहूंगा जीवित
विचार के रूप में
किस्सों के रूप में
कहानियों के रूप में
लेकिन हां,
मत आना अभी
फुरसत नहीं है मेरे पास
बच्चे थोड़ा बड़े तो हो जाएं।

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