Wednesday, December 29, 2010

राजा-राडिया के लिए भी शुभ हो नववर्ष

-अशोक मिश्र
खरामा-खरामा दिन, सप्ताह और महीने की देहरी को पार करता हुआ यह साल बीत गया। जो बीत गया, सो बीत गया। उसके बारे में बुरा कहना, हमारी संस्कृति के खिलाफ है। अब आप छमिया को ही लें। वह पूरी जिंदगी घूरेलाल से परेशान रही। उठते-बैठते उसके पूरे हो जाने की कामना करती रही हो, लेकिन जिस दिन घूरेलाल पूरा हुआ, उसी दिन से छमिया के लिए घूरेलाल देवता हो गया, भला मानुष हो गया। बीते साल को भी घूरेलाल समझकर अच्छा साल बताने में ही भलाई है। कहते हैं कि बीता वक्त आने वाले वक्त की आधारशिला होती है। पिछले साल अगर प्रतिदिन एक घोटाले का रिकार्ड कायम हुआ हो, तो कामना कीजिए कि इस बार दो घोटाले प्रतिदिन के हिसाब से रिकार्ड बनाकर हम दुनिया के सबसे बड़े भ्रष्टाचारी देश के निवासी होने का फख्र हासिल कर सकें। आप कल्पना कीजिए, जब भ्रष्टाचार में छंटाक-छंटाक भर के देश हमसे आगे निकल जाते हैं, तो हम देशवासियों को कितनी कोफ्त होती है। अरे, हम दुनिया भर के ज्ञान गुरु रहे हैं। हमने ही दुनिया को जीरो का ज्ञान देने के साथ-साथ कागजों में अपनी मर्जी के मुताबिक जीरो बढ़ाकर हेराफेरी करने का भी ज्ञान दिया था। लेकिन यह बात अब बीते जमाने की हो गयी है। इसलिए इसे भी घूरेलाल की तरह भूल जाने में ही भलाई है।
हां, तो जनाब! 365 दिन का चक्र पूरा करके नया साल आपके दरवाजे पर दस्तक दे रहा है। उठिए, दिल खोलकर स्वागत कीजिए, राई-नोन उवारिये, बलइया लीजिए। भले ही जेब में पैसा न हो, लेकिन नए साल का स्वागत उत्साह के कीजिए। जरूरत पड़े तो उधार लीजिए, डाका डालिए, किसी की जेब काटिए, गला काटिए, लेकिन नए साल को इंज्वाय करने में कोताही न करें। होटलों और पार्कों में अपनी/अपने उनके साथ गलबहियां डालकर मस्ती से झूमिए। दारू-शारू पीजिए, हो-हल्ला मचाइए, कुछ भी कीजिए, लेकिन नए साल पर पड़ोसियों को यह नहीं लगना चाहिए कि आपकी जेब इन दिनों ढीली है। जो भी मिले, उसे लपककर शुभकामनाएं दीजिए। अगर किसी पार्टी-शार्टी में ‘वे’ मिल जाएं, तो घरैतिन की निगाह बचाकर ‘जप्फियां-वप्फियां’ पाइए।
मेरी शुभकामना यही है कि नया साल आप सबके लिए शुभ हो। आप पूरे साल प्रेम रस में आकंठ डूबते-उतराते रहें। आपके बेटे-बेटियां राडिया और राजा बनें। उन्हें मीडिया, सरकार और अधिकारियों को मैनेज करने का गुर राडिया और राजा से सीखने को मिले, ऐसी मेरी हार्दिक इच्छा है। आप सब इन महापुरुषों और महास्त्रियों की ट्यूशन फीस जुटा सकें, तो समझिए कि यह साल आपके लिए शुभ रहा। हां, अगर आपके बेटे-बेटियों, भाई-बहनों में सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, डॉ. बिनायक सेन, शंकर गुहा नियोगी बनने के कीटाणु पैदा हो रहे हों, तो उनका नए साल पर समूल नाश हो जाए, यह मैं सोते-जागते कामना करता हूं।
नया साल उनके लिए शुभ हो, जो डिटरजेंट पाउडर, तेल आदि से नकली देशी घी, दूध, खोया आदि बनाकर बेचते हैं। नया साल उनके लिए भी शुभ हो, जो इन्हें खाकर मर जाते हैं, रोगी हो जाते हैं, कई असाध्य रोगों के शिकार हो जाते हैं। तराजू के नीचे चुंबक लगाकर घटतौली करने वालों को नया साल मुबारक हो। यह साल उनके लिए भी नया उजाला लेकर आये, जो इस घटतौली के शिकार होते हैं। नये साल पर उनके लिए मेरी हार्दिक शुभकामनाएं हैं, जो गरीबों और देश के विकास के लिए बनाई जाने वाली बड़ी-बड़ी परियोजनाओं को उदरस्थ कर जाते हैं। यह नववर्ष उन्हें भी शुभ हो जो इन परियोजनाओं के इंतजार में एक-एक दिन काटकर पूरी जिंदगी बिता देते हैं और ये परियोजनाएं इनके द्वार पर दस्तक तक नहीं देती हैं। दल-बदल और पार्टी से भितरघात करने वालों को इस साल कुछ स्वर्णिम मौके मिलें, इस कामना के साथ मेरी शुभेच्छा उनके प्रति भी है, जो किसी एक पार्टी रूपी खूंटे से आजीवन बंधे रहकर अपना और अपनी भावी पीढ़ी का कबाड़ा कर लेते हैं।
मेरी शुभकामना है कि सभी राजनीतिक दलों की सत्ता बरकरार रहे। विपक्ष में बैठने वालों को भी सत्ता का सुख भोगने को मिले। भले ही संविधान में संशोधन करना पड़े कि चुनाव आयोग में पंजीकृत सभी पार्टियां बिना चुनाव लड़े सत्ता की भागीदार मानी जाएंगी। राजा, राडिया के साथ-साथ देश भर के भ्रष्टों, दलालों, भितरघातियों, पाकेटमारों और लुच्चे-लफंगों के लिए नया साल सुखद हो। इसी के साथ आप लोग मेरे लिए कामना करें कि पिछले साल की तरह इस बार भी मेरी रसोईघर के कनस्तर खाली न रहें। बच्चों की फीस समय पर पहुंच जाए। बीवी को जरूरत के मुताबिक समय पर कपड़े-लत्ते और दवा-दारू में से दवा उसे और दारू मुझे मिल जाया करे।

1 comment:

  1. सच बोलने पर कतर दी जाती है जुबां।
    नव वर्ष की तहे दिल से बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

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