Friday, February 28, 2025

मिठाई के जार में रख दिया चूहा

बोधिवृक्ष

अशोक मिश्र

ब्रिटेन के दक्षिण वेल्स के कार्डिफ शहर में 13 सितंबर 1916 को प्रसिद्ध उपन्यासकार और हास्य व्यंग्य लेखक रोआल्ड डाहल का जन्म हुआ था। इनके पिता का परिवार नार्वे से ब्रिटेन आया था। डाहल जब तीन साल के थे, तब इनकी एक बड़ी बहन की सात साल की उम्र में मौत हो गई थी। यह सदमा उनके पिता शायद बर्दाश्त नहीं कर सके और कुछ सप्ताह के बाद उनकी भी मौत हो गई। 

उनके पिता अपने बेटे को खूब पढ़ाना लिखाना चाहते थे, इसलिए अपने पति की इच्छा को पूरी करने के लिए रोआल्ड डाहल का उन्होंने लांडाल्फ शहर के एक स्कूल में भर्ती कराया। यह यहां बहुत ज्यादा दिन नहीं पढ़ सके। बड़े होकर इन्होंने सेना में विंग कमांडर का पद हासिल किया और विश्व युद्ध में भाग लिया। इसी के बाद डाहल ने साहित्य में प्रवेश किया। इन्होंने बाल साहित्य पर बहुत काम किया।

इनकी एक प्रसिद्ध किताब है माटिल्डा। इस पुस्तक के बारे में कहा जाता है कि किताब की घटनाएं इनके जीवन से जुड़ी हैं। यह जब सात साल के थे, तब इन इनका नाम लांडाल्फ के एक स्कूल में लिखाया गया। जिस रास्ते से यह आते जाते थे। उस रास्ते में रंग-बिरंगी मिठाइयों की दुकान पड़ती थी। डाहल और उनके चार साथी रोज उस दुकान पर जाते, मिठाइयों को देखते और घर चले जाते। जब पैसा होता तो खरीद भी लेते थे। 

एक दिन डॉहल ने मिठाई की जार में मरा हुआ चूहा डाल दिया। दुकान की मालकिन शिकायत लेकर स्कूल पहुंची और उसने चौथी, पांचवीं और छठी क्लास के बच्चों में डाहल को पहचान लिया। स्कूल में इनकी पिटाई हुई, तो इनकी मां पीठ पर बेंत के निशान देख लिया। बस, क्या था गुस्साई हुई स्कूल पहुंची और उनका नाम उस स्कूल से कटवा दिया।

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