अशोक मिश्र
अगर किसी सामान्य नागरिक के पास फोन आए और उससे कहा जाए कि मैं कमिश्नर आफिस से बोल रहा हूं। तुम्हारी आतंकी घटनाओं में संलिप्तता पाई गई है। तुम्हें कमिश्नर आफिस में आना होगा। इस तरह का फोन आने पर स्वाभाविक है कि सामान्य नागरिक ही नहीं, पढ़े-लिखे और उच्च पदों पर काम कर चुके लोग भी भयभीत हो जाएंगे। आजकल साइबर ठगों ने लोगों को ठगने का यह नया तरीका अख्तियार कर लिया है।एक दिन पहले ही फरीदाबाद में एक व्यक्ति को साइबर ठगों ने आतंकी घटनाओं में हाथ होने का आरोप लगाकर ठगने का प्रयास किया। पुलिस को जब यह जानकारी मिली, तो उसने लोगों को ऐसे ठग गिरोहों से सतर्क रहने के लिए एडवायजरी जारी की है। यह सही है कि हमारे देश आतंकवाद और साइबर ठगी दो बड़ी समस्याएं बनती जा रही हैं। हरियाणा में साइबर ठगी की घटनाएं आए दिन होती रहती हैं।सरकार और प्रशासन बार-बार लोगों को जागरूक करने का प्रयास करती है, लेकिन लोग हैं कि इन साइबर ठगों के चंगुल में फंस ही जाते हैं। आतंकी घटनाओं के बारे में भी शासन और प्रशासन लोगों को सचेत करती रहती है। फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी इन दिनों काफी चर्चा में है। इस यूनिवर्सिटी में कई डॉक्टर और अन्य कर्मचारी दिल्ली में दस नवंबर को हुए ब्लास्ट में शामिल बताए गए हैं। काफी आरोपियों को पुलिस और एनआईए ने गिरफ्तार भी किया है। कुछ लोगों की संपत्ति भी जब्त की गई है। अब सवाल यह है कि आतंकी इतने दिनों तक फरीदाबाद में सक्रिय रहे और पुलिस प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी।
जब जम्मू-कश्मी एंटी टेररिस्ट स्क्वायड ने अपने राज्य में कुछ आतंकियों को गिरफ्तार किया और उनके कबूलने पर हरियाणा में छापा मारकर आतंकियों को गिरफ्तार किया, तब जाकर फरीदाबाद में पनप रहे आतंकवाद के बारे में जानकारी मिली। यह सब कुछ इसलिए हुआ क्योंकि राज्य में एटीएस का गठन नहीं किया गया है। देश के कई राज्यों ने अपने यहां आतंकी घटनाओं को रोकने और आतंकियों पर नजर रखने के लिए एंटी टेररिस्ट स्क्वायड का गठन कर रखा है। हर जिले में इनकी इकाइयां गठित हैं।
एटीएस के सदस्य दूसरे राज्यों से संपर्क बनाकर एक दूसरे से सूचनाएं साझा करते रहते हैं। इस तरह अपने राज्य के आतंकियों पर नजर रखते हैं और उनको नेस्तनाबूत करते रहते हैं। अब हरियाणा सरकार ने भी आतंकवाद से निपटने के लिए एटीएस गठित करने का फैसला लिया है। देर से ही सही, लेकिन प्रदेश सरकार का यह उत्तम फैसला है। जल्दी से जल्दी एटीएस का गठन करके पूरे राज्य में इसका जाल बिछाया जाना चाहिए, ताकि कोई भी आतंकी संगठन प्रदेश में किसी प्रकार की आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के बारे में सोच ही न सके।

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