Thursday, October 30, 2025

ललिता शास्त्री ने सादगी से गुजारा जीवन

बोधिवृक्ष

अशोक मिश्र

भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के बारे में यह सभी जानते हैं कि वह अत्यंत सादगी पसंद थे। वह महात्मा गांधी से काफी प्रभावित थे जिसकी वजह से वह हमेशा खादी के ही वस्त्र पहनते थे। वह सादगी और ईमानदारी से जीवन यापन करने में विश्वास रखते थे। 

शास्त्री जी का जन्म एक कायस्थ परिवार में हुआ था। वह कांग्रेस के लोकप्रिय नेताओं में शुमार किए जाते थे। उनकी पत्नी का नाम ललिता देवी था। बताया जाता है कि ललिता देवी का जन्म 11 जनवरी 1910 को एक संपन्न परिवार में हुआ था। वह बचपन से ही काफी अमीरी में पली-बढ़ी थीं। उनके पिता शिक्षा विभाग में इंस्पेक्टर थे। 

मिर्जापुर में उनके पिता की अच्छी खासी संपत्ति थी। उनका परिवार उन दिनों मोटरकार रखने की हैसियत में था। इससे उनकी अमीरी का अंदाजा लगाया जा सकता है। जब ललिता देवी विवाह योग्य हुईं, तो उनके पिता की इच्छा थी कि वह अपनी बेटी का विवाह ऐसे युवक से करें जो पढ़ा लिखा हो। संयोग से ललिता की मां रामदुलारी देवी अपने मायके मिर्जापुर आईं, तो उनके कुछ परिचितों ने लाल बहादुर शास्त्री से ललिता के विवाह का प्रस्ताव रखा। रामदुलारी देवी ने यह प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। 

16 मई 1928 को लाल बहादुर शास्त्री का विवाह ललिता देवी के साथ हुआ था। शास्त्री जी ने विवाह के समय किसी प्रकार का दहेज लेने से मना करते हुए कहा कि वह अपनी पत्नी को दो खादी की साड़ियों में ही स्वीकार करेंगे। लेकिन ललिता के पिता ने अपनी बेटी को रेशमी साड़ियों के साथ बहुत सारा सामान विवाह में दिया। शादी के कुछ महीनों बाद शास्त्री ने अपनी पत्नी से कहा कि तुम खादी की साड़ी पहना करो। ललिता ने पति की इच्छा मानकर इसके बाद जीवन भर खादी की साड़ी पहनी।

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