दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे पर रविवार सुबह 170 किमी की रफ्तार से सड़क पर दौड़ रही स्कार्पियो ने पुलिस की गाड़ी को टक्कर मार दी। इस टक्कर का नतीजा यह हुआ कि फ्लाईओवर के पास खड़ा होमगार्ड बीस फुट नीचे गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। इस हादसे में एक पुलिस का सिपाही भी घायल हो गया है। स्कार्पियो को 19 वर्षीय युवती चला रही थी जो सेक्टर 30 में रहती है और दिल्ली में पायलट बनने की तैयारी कर रही थी। युवती अपने तीन दोस्तों के साथ सुबह मैगी खाने निकली थी।
एक बड़े कारोबारी की बेटी ने अपनी लापरवाही से एक होमगार्ड का जीवन खतरे में डाल दिया है। यह कोई पहला हादसा नहीं है। इस हादसे में तो किसी की अभी तक जान नहीं गई है, लेकिन यदि युवती ने घबराकर ब्रेक के साथ-साथ हैंडब्रेक नहीं लगाया होता, तो शायद एक बड़ा हादसा हो सकता था। अक्सर देखने में आता है कि अमीर घरों के लड़के-लड़कियां गाड़ी चलाते समय नियमों का पालन नहीं करते हैं। वह इस बात का ध्यान नहीं रखते हैं कि उनकी वजह से किसी की जान जा सकती है। खुद वह भी हादसे का शिकार होकर अपना जीवन गंवा सकते हैं।
दरअसल, सड़कों पर होने वाले ज्यादातर हादसे तेज रफ्तार के कारण ही होते हैं। तेज रफ्तार में भाग रहे वाहन के सामने यदि कोई दूसरा वाहन, पशु या कोई व्यक्ति आ जाता है, तो ऐसी हालत में तेज रफ्तार से वाहन चला रहे व्यक्ति को कुछ सुझाई नहीं देता है। वह जब तक कुछ समझ पाता है, तब तक हादसा हो चुका होता है। तेज रफ्तार वाहन चलाने का रोमांच कुछ लोगों की जिंदगियों को निगल जाता है। कुछ लोगों को जीवन भर के लिए अपाहिज बना देता है। उनकी जिंदगी एक बोझ बनकर रह जाती है। वह जीवन भर किसी की सहायता के लिए मोहताज हो जाते हैं।
केंद्र और प्रदेश सरकार लगातार इस प्रयास में है कि देश और प्रदेश में होने वाले हादसों की संख्या को कम किया जाए। इसके लिए कई तरह के प्रयास कर रही है, कुछ हद तक आंकड़े घटे भी हैं। हरियाणा में साल 2024 के दौरान 9806 सड़क हादसे हुए। इन हादसों में करीब 4689 लोगों की मौत हो गई, 7914 लोग घायल हुए। यह आंकड़ा साल 2023 के मुकाबले काफी कम है।
खास बात यह है कि पुलिस ने साल 2024 के सड़क हादसों में घायल होने वाले 5313 लोगों को फस्ट एड की सुविधा मुहैया करवाई, वहीं 7090 घायलों को तुरंत प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया। साल 2023 में 10 हजार 168 सड़क हादसे हुए, जिनमें 5092 लोगों की मौत हुई है। साल 2022 में 11 हजार 130 सड़क हादसों में 5621 लोगों की मौत हुई थी।
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