Wednesday, November 26, 2025

समाज के लिए घातक बनता जा रहा है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

 

अशोक मिश्र

टेक्नोलॉजी हर किसी के लिए वरदान है, तो अभिशाप भी। अगर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की ही बात करें,तो यह मानव समाज के लिए बहुत लाभकारी है। एआई के जरिये अब तो जटिल से जटिल आपरेशन तक किए जा रहे हैं। कैंसर जैसे रोगों में भी एआई से किए गए आपरेशन की सफलता दर कहीं ज्यादा अच्छी है। इतना ही नहीं, जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में एआई का उपयोग बेहतर तरीके से किया जा रहा है। एआई ने जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित किया है। लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं। 

यदि कोई बुरा व्यक्ति इसका इस्तेमाल करता है, तो वह समाज में गंदगी ही फैलाएगा। पिछले कुछ दिनों से एआई के माध्यम से लोग अपराध को अंजाम दे रहे हैं। एआई के माध्यम से वीडियो और फोटो को मार्फकरके इन्हें अश्लील बनाया जा रहा है। पिछले दिनों गुड़गांव की आईटी कंपनी में काम करने वाली महिला को एआई से तैयार किए गए अपने ही वीडियो और फोटो देखने को मिली, जो अश्लील थी। किसी व्यक्ति ने उसकी फेक आईडी बनाकर एआई से आपत्तिजनक मार्फ करके उसकी फोटो को सोशल मीडिया पर डाली थी। यह देखकर वह महिला दंग रह गई। उसने तत्काल पुलिस से संपर्क किया। 

पुलिस ने जांच करके पता लगाया कि फेक आईडी बनाकर सोशल मीडिया पर डालने वाला आदमी असम में है। पुलिस ने झटपट एक टीम बनाकर असम पुलिस से संपर्क करके आरोपी को गिरफ्तार किया और कोर्ट में पेश करके ट्रांजिट रिमांड पर लिया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी पीड़िता को पहले से ही जानता है। वह इससे पहले भी पीड़िता को परेशान कर चुका है। पीड़िता ने इससे पहले भी पुलिस में इसकी शिकायत की थी जिसकी वजह से पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। 

जमानत पर छूटने के बाद फिर उसने पुरानी हरकत दोहराई है। आरोपी ने फोटो को आपत्तिजनक बनाकर पोस्ट किया था। ऐसी घटनाएं अब बहुतायत में देखने-सुनने को मिलने लगी हैं। सामान्य नागरिकों से लेकर उच्च पदस्थ अधिकारी, मीडियाकर्मी, नेता और बॉलीवुड के हीरो-हीरोइन तक इस तरह की घटनाओं के शिकार हो चुके हैं। इस स्थिति से बचने के लिए जरूरी है कि अपने सोशल मीडिया एकाउंट को सुरक्षित रखा जाए। कोई भी ऐसी जानकारी सार्वजनिक नहीं की जाए जिससे कोई आपके घर, परिवार, कार्यालय आदि की पता लगा सके। आपके परिवार के सदस्यों के बारे में जानकारी हासिल कर सके। 

पूर्व में ऐसी भी कुछ घटनाएं सामने आई हैं जिसमें पता चला कि अपराधियों ने बच्चे का अपहरण करने या पुरुष-महिला की हत्या करने के लिए जानकारी सोशल मीडिया से जुटाई थी। कुछ लोगों की आदत होती है कि वह हर छोटे-छोटे मूवमेंट को सोशल मीडिया पर डालते रहते हैं। ऐसा कतई न करें।

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