Monday, September 29, 2025

जानते हैं तेज रफ्तार गाड़ी चलाना जानलेवा है, फिर भी चलाते हैं

अशोक मिश्र

दिल्ली गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर शनिवार को सुबह थार पलटने से पांच लोगों की मौत हो गई। हादसा इतना भयानक था कि मरने वालों के अंग छितराए हुए थे। किसी का हाथ उखड़ गया था, तो किसी का पैर। किसी का सिर ही पिचक गया था, मानो किसी फुटबाल से पिन चुभोकर हवा ही निकाल दी गई हो। मरने वालों में तीन युवक और दो युवतियां थीं। हादसा कितना भयानक था, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि थार के पार्ट्स जगह-जगह बिखरे पड़े थे। 

ऐसी हालत में यह अंदाजा लगाना बहुत आसान है कि हादसे के समय थार गाड़ी कितनी ज्यादा स्पीड में दौड़ रही थी। एक्सप्रेसवे पर ही पड़ने वाले एक पेट्रोल पर मिले सीसीटीवी फुटेज में हादसे में चकनाचूर हुई थार गाड़ी बहुत ज्यादा स्पीड में जाती हुई दिखाई दे रही है। माना जा रहा है कि एक्जिट से एक्सप्रेसवे पर आते ही गाड़ी की स्पीड कुछ ज्यादा ही बढ़ गई थी जिसकी वजह से थार चालक गाड़ी को संभाल नहीं पाया और कार डिवाइडर से टकराकर कई बार सड़क पर पलटती चली गई। तेज गाड़ी चलाने के रोमांच ने पांच घरों में अंधेरा कर दिया। पांच परिवार इस हादसे को अब जिंदगी भर नहीं भूल पाएंगे। 

अपने बेटे-बेटियों को खोने का दुख उन्हें जिंदगी भर सालता रहेगा। जो लोग अपनी जान इस हादसे में गंवा बैठे हैं, वह लोग काश यह समझ पाते कि थोड़ी सी रफ्तार का यह खेल उनकी जिंदगी को निगल जाएगा, तो शायद इतनी रफ्तार में गाड़ी को नहीं चलाते। हमारे देश-प्रदेश में जितने भी हादसे होते हैं, उनमें से अधिकतर हादसे ओवरस्पीड के कारण ही होते हैं। सरकारें और ट्रैफिक पुलिस लोगों को बार-बार जागरूक करती है, सेमिनार से लेकर विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से  का पालन करने के लिए समझाती है, लेकिन इसके बावजूद लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आते हैं। 

वाहन चालक खासतौर पर युवा अपनी गाड़ी को हवाई जहाज समझकर बेतहाशा दौड़ाने लगते हैं। ऐसा करके वह अपना जीवन तो जोखिम में डालते ही हैं, उस सड़क पर जलने वाले दूसरे लोगों के लिए भी मुसीबत साबित होते हैं। कुछ लोग तो शराब या नशीले पदार्थ का सेवन करने के बाद वाहन चलाते हैं। ट्रैफिक पुलिस वाले ड्रिंक एंड ड्राइव के मामले में आए दिन गाड़ियों का चालान काटती रहती है, लेकिन इसके बावजूद लोग तेज रफ्तार में वाहन चलाने से बाज नहीं आते हैं। उन्हें जुर्माना भर देना मंजूर है, लेकिन वाहन को निर्धारित गति सीमा में चलाना मंजूर नहीं है। जब तक वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन नहीं करते हैं, तब तक देश या प्रदेश में होने वाले हादसों को रोका नहीं जा सकता है।

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