राज्य में छोटे से लेकर बड़े अपराधियों के नेटवर्क को ध्वस्त करने का भी प्रयास किया जा चुका है। अपनी सफलता से उत्साहित हरियाणा पुलिस नए साल में अपराधियों पर अंकुश लगाने की तैयारी कर रही है। इस संदर्भ में मधुबन पुलिस अकादमी में राज्य स्तरीय बैठक आयोजित की गई है। इस बैठक में प्रदेश के सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भाग लेंगे और अपराध पर लगाम लगाने की योजनाओं पर विचार विमर्श करेंगे। इस बैठक में वर्ष 2025 में पुलिस की ओर से चलाई गई मुहिम की समीक्षा की जाएगी।
पता लगाया जाएगा कि पुलिस के प्रयास में कहां कमी रह गई। उनके प्रयास कितने सफल रहे। कहां अभी और प्रयास करने की गुंजाइश है। इसके बाद नए साल में नए जोश और उमंग के साथ प्रदेश के अपराधियों को उनके किए की सजा दिलाने की योजना बनाई जाएगी। प्रदेश अपराध मुक्त हो सके, इसकी युक्ति खोजी जाएगी। संगठित अपराध को रोकने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। यह भी सच है कि असंगठित अपराध पर अंकुश लगा पाना लगभग असंभव होता है।
यदि कोई व्यक्ति राह चलते किसी व्यक्ति से टकरा जाए और क्रोध में आकर वह टकराने वाले व्यक्ति की हत्या कर दे, ऐसे अपराध को रोक पाना असंभव सा है। हर गली, हर नुक्कड़, हर चौराहे और हर मकान या व्यक्ति के पीछे पुलिस नहीं लगाई जा सकती है। क्षणिक उत्तेजना में होने वाले अपराध को किसी भी देश या प्रदेश में होने से नहीं रोका जा सकता है। हां, ऐसे अपराध होने के बाद के बाद दोषी को जल्दी से जल्दी सजा दिलाने का प्रयास जरूर पुलिस को करना चाहिए।
नए साल में पुलिस का प्रयास रहेगा कि फिरौती काल, कांट्रैक्ट किलिंग और आनर किलिंग जैसे अपराध पर लगाम लगाई जाए। जेलों या विदेश में बैठे अपराधी सोशल मीडिया के माध्यम से अपराध को अंजाम देते हैं। ऐसे अपराधियों और अपराधों पर अंकुश लगाना पुलिस की पहली प्राथमिकता हो सकती है। इसके लिए सबसे पहले पुलिस को अपना नेटवर्क चुस्त दुरुस्त करना होगा। खुफिया विभाग को भी अपना जनसंपर्कबढ़ाना होगा, ताकि समय पर होने वाले अपराध के बारे में पता लग जाए और अपराध को रोका जा सके। बैठक में संगठित अपराध, नशा तस्करी, साइबर क्राइम आदि रोकने पर भी चर्चा हो सकती है।

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